NEW DELHI: शारदा चिटफंड घोटाले मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ की। उनसे यह पूछताछ पूर्वोत्तर के राज्य मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग में की गई। सीबीआई ने तकरीबन 8 घंटे राजीव कुमार से पूछताछ की। हजारों करोड़ रुपए के शारदा चिटफंड स्कैम में सबूतों को नष्ट करने में भूमिका को लेकर राजीव कुमार सीबीआई के निशाने पर हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार, उनके वकील विश्वजीत देब और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी जावेद शमीम तथा मुरलीधर शर्मा पूर्वाह्न 11 बजे जांच एजेंसी के कार्यालय पहुंचे, जहां सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए थे। मेघालय की राजधानी में ओकलैंड इलाका स्थित अति सुरक्षा वाले सीबीआई कार्यालय में कुमार से पूछताछ की गई। सीबीआई के तीन वरिष्ठ अधिकारी शुक्रवार को दिल्ली से यहां पहुंचे थे।
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को कोलकाता पुलिस प्रमुख को सीबीआई के समक्ष पेश होने और सारदा चिट फंड घोटाले से उपजे मामलों की जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया था। साथ ही, न्यायालय ने यह भी स्पष्ट कर दिया था कि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाए। सीबीआई ने शीर्ष न्यायालय में आरोप लगाया था कि सारदा चिट फंड घोटाले की जांच में एसआईटी का नेतृत्व करने वाले कुमार ने इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों से छेड़छाड़ की और सीबीआई को जो दस्तावेज सौंपे, उनमें से कुछ में बदलाव किए हुए थे।
शीर्ष न्यायालय ने कुमार को एक ‘न्यूट्रल’ स्थान शिलांग में जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया, ताकि सारे अनावश्यक विवादों से बचा जा सके। उल्लेखनीय है कि सीबीआई के अधिकारी पूछताछ करने के लिए तीन फरवरी को कोलकाता में कुमार के आवास पर गए थे, लेकिन पुलिस ने उनकी कोशिश नाकाम कर दी। सीबीआई की कार्रवाई का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीन दिन तक धरना दिया।